Dhat Rog ka ilaj in Hindi | धात रोग का ईलाज | कारण,लक्षण,उपचार

0
164
Dhat ka ilaj

Dhat Rog ka ilaj in Hindi | धात रोग का ईलाज | कारण,लक्षण,उपचार

Dhat – धात की समस्या यानी जिरयान ये मर्दों मे पाई जाने वाली एक आम समस्या है ये बिमारी आज कल आम होती जा रही है। अधिकतर मर्दों को सही तौर पर पता भी नहीं चलता है और धीरे धीरे इस बिमारी की वजह से कई और सारी बीमारिया पैदा हो जाती है। तो आज आप जानेगे धात क्या होता है धात की बिमारी होने के कारण, लक्षण और सही ईलाज की पूरी जानकारी विस्तार से।

धात Dhat किसे कहते है ?

धात को वीर्य, स्पर्म, जिरयान भी कहा जाता है इस बिमारी मे वीर्य बीमा इच्छा के शरीर से बाहर निकाल

जाता है जो आम तौर पर नींद की हालत मे होता है या पेशाब और मल त्याग करने के बाद

अपने आप निकाल जाता है।

Dhat धात की समस्या कब होती है ?

कभी कभी कब्ज की समस्या पैदा होने से या गुर्दे मशाने की कमजोरी या खराबी की वजह से भी धात की समस्या पैदा हो सकती है या फिर खान-पान मे गर्म चीजों का अधिक सेवन करना, चाय व मीठी चीजों का अधिक इस्तेमाल से भी जिरयान की समस्या हो सकती है। आज कल ये बिमारी जवानी मे की गई गलत कामों और दिमाग मे गंदे विचारों को सोचने या देखने से भी हो रहा है।

Dhat धात रोग होने के लक्षण –

जब गुर्दे-मशाने की वजह से हो या कब्ज की वजह से हो तो पेशाब और मल त्याग करने के बाद शरीर से अपने आप धात निकाल आता है। अगर ये समस्या खान-पान की वजह से हो तो इसमे मरीज को नींद की हालत मे अपने आप शरीर से धात निकाल जाता है। अगर जिरयान की समस्या बचपन की गलतियों की वजह से तो इसमे मरीज सुस्त और आलसी हो जाता है। पेशाब करते वक्त जलन और दर्द होता है पेशाब अधिक मात्रा मे होता है और पेशाब करने से पहले या बाद मे चिपचिपा पानी निकलता है। कमर और सर मे दर्द रहता है चक्कर आता है। शरीर मे शारीरिक कमजोरी रहती है दिमाग और पट्ठे कमजोर हो जाते है। रातों को सही से नींद नहीं आती है लिवर कमजोर हो जाता है भूख की कमी और कब्ज की समस्या पैदा हो जाती है।

धात का ईलाज – अगर पेट की समस्या हो तो ?

अगर पेट की समस्या हो तो इसका मुनासीब ईलाज करवाये या फिर यूनानी दवा का इस्तेमाल करके भी इस मर्ज

से छुटकारा पा सकते है। कब्ज की समस्या को दूर करने के लिये यूनानी दवा ईत्रीफल मुल्लयन का सेवन रात

भोजन के बाद 5 ग्राम सुसुम पानी से ले सकते है।

लिवर की कमजोरी हो तो ?

अगर धात की समस्या लिवर की कमजोरी की वजह से हो तो इसमे आप यूनानी कंपनी हमदर्द का बना हुआ जिगरीन सिरप का सेवन कर सकते है इसे आप सुबह शाम भोजन के बाद 10 मल पानी से ले सकते है।

गुर्दे और मशाने की वजह से हो तो ?

अगर धात की समस्या गुर्दे और मशाने की वजह से हो तो इस बिमारी मे आप चाहे तो यूनानी दवा लबूब कबीर का अधिक से अधिक सेवन करे इसे आप रोजाना सुबह खाली पेट 5 ग्राम दूध या पानी से ले सकते है।

अगर गलत आदतों की वजह से हो तो ?

धात की समस्या अगर जवानी मे की गई गलतियों की वजह से हो तो इस बिमारी को दूर करने के लिये आप यूनानी दवा माजून निशात अंगेज़ और इमसाकिन दोनों का सेवन सुबह व शाम 5 ग्राम दूध या पानी से कर सकते है।

Majun Muqawwi Mumsik ke fayde | माजून मुक़व्वी मुमसिक के फ़ायदे |

Tila Musakkin Ke Fayde | तिला मुसक्किन के फ़ायदे | Uses,Dose,Price

Goli Wajid Ali Shah Ke Fayde | गोली वाजिद अली शाह के फ़ायदे | Hindi/Eng.

Habbe Nishat Ke Fayde | हब्बे निशात के फायदे | Uses,Dose,Price

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here